Sita Ram Vivah Geet (सीता राम विवाह गीत)
चौपाई सीय राममय सब जग जानी। करउँ प्रणाम जोरि जुग पानी॥ सीताराम चरण रति मोरे । अनुदिन बढ़उँ अनुग्रह तोरे॥ […]
चौपाई सीय राममय सब जग जानी। करउँ प्रणाम जोरि जुग पानी॥ सीताराम चरण रति मोरे । अनुदिन बढ़उँ अनुग्रह तोरे॥ […]
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली। तेरे ही गुण गाएं भारती, ओ मैया, हम सब उतारें तेरी
ॐ विंध्यवासिनी माँ, मैया विंध्यवासिनी माँ। आदिशक्ति जगदम्बा, विपति नाशिनी माँ। ॐ विंध्यवासिनी माँ भयहारिणि भवतारिणि सुख आनंद राशी। अविकारिणि
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे हो रही जय जय कार मंदिर
जागिये रघुनाथ कुंवर जागिये रघुनाथ कुंवर पंछी बन बोले!! चंद किरण शीतील भई चकई पिय मिलन गयी त्रिविध मंद
मुखड़ा करो दर्शन की तैयारी अवध में राम आए हैं. पधारी जानकी प्यारी लखनजी संग आए हैं. अंतरा:१ कहीं रंगों
श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन,हरण भवभय दारुणम्। नव कंज लोचन, कंज मुख करकंज पद कंजारुणम्॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन…॥
॥ दोहा ॥ निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान । तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥